H-1B वीज़ा में बड़े बदलाव: अमेरिका में नौकरी पाने में भारतीयों को होगा फायदा

US H1B Visa Policy:
H-1B वीज़ा अमेरिकी नियोक्ताओं को विशेष व्यवसाय में विदेशी कर्मचारियों को अस्थायी रूप से नियुक्त करने की अनुमति देता है। इस वीज़ा के लिए हाई स्किल्स और नॉलेज की आवश्यकता होती है। भारतीय प्रोफेशनल की इसमें प्रमुख भागीदारी है। 2023 में 3,86,000 H-1B वीज़ा में से 72.3% भारतीयों को यह वीज़ा दिया गया। हाल ही में अमेरिकी डिपार्टमेंट ऑफ होमलैंड सिक्योरिटी (DHS) ने H-1B वीज़ा प्रोग्राम में बदलाव की घोषणा की, जो 17 जनवरी 2025 से लागू हो गए हैं। इन बदलावों का उद्देश्य प्रोग्राम की कार्यक्षमता बढ़ाना, ट्रांसपेरेंसी लाना और एब्यूज को रोकना है।

H-1B वीज़ा प्रोग्राम में क्या बदलाव होगा ?

1. डिग्री और नौकरी के बीच उचित संबंध आवश्यक:
इससे वीज़ा आवेदन प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और लचीली बनेगी।
2. F-1 वीज़ा से H-1B वीज़ा में बदलाव आसान:
अब F-1 वीज़ा पर अमेरिका में पढ़ाई कर रहे छात्रों के लिए H-1B वीज़ा में ट्रांसफर की प्रक्रिया सरल हो जाएगी। जिनकी H-1B आवेदन लंबित है, उनका F-1 वीज़ा स्वतः 1 अप्रैल तक बढ़ जाएगा।
3. नॉन प्रॉफिटेबल और सरकारी रिसर्च इंस्टिट्यूट :
H-1B वीज़ा कैप से बाहर माने जाएंगे, भले ही उनका मुख्य ध्यान रिसर्च पर न हो। यह बदलाव रिसर्च क्षेत्र में भारतीय वैज्ञानिकों और रिसर्चरों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।


कार्यक्रम की अखंडता और ट्रांसपेरेंसी सुनिश्चित करना

नियोक्ताओं को यह प्रमाणित करना होगा कि वीज़ा धारक के लिए एक वैध “विशेष व्यवसाय” नौकरी उपलब्ध है। DHS वर्क ऑथेंटिसिटी की जांच के लिए आवश्यक दस्तावेजों की मांग कर सकता है।

भारतीय पेशेवरों के लिए खास क्या है?

1. टेक्नोलॉजी और रिसर्च क्षेत्र में अवसर:
इस सुधार से भारतीय प्रोफेशनल को तकनीकी और शोध विभागों में अधिक मौके मिलेंगे।
2. F-1 से H-1B वीज़ा में ट्रांजिशन आसान:
भारतीय छात्रों के लिए यह प्रक्रिया बहुत आसान हो जाएगी।


H-1B वीज़ा प्रोग्राम से संभावित लाभ

पारदर्शी प्रक्रिया:
नियोक्ता और लाभार्थियों दोनों के लिए अधिक स्पष्टता।
लचीलापन:
कैप-एक्जेम्प्शन नियमों में सुधार से रिसर्च क्षेत्रों में अधिक अवसर।
प्रभावी ट्रांजिशन:
छात्रों के लिए F-1 से H-1B वीज़ा में सरल परिवर्तन।


अमेरिकी कंपनियों के लिए भी फायदेमंद
H-1B वीज़ा प्रोग्राम में ये बदलाव अमेरिकी कंपनियों को प्रतिभा आकर्षित करने में मदद करेंगे। यह न केवल भारतीय प्रोफेशनल के लिए बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए भी सकारात्मक कदम साबित होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *