अडानी पर रिश्वत के आरोप: व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया
भारत के सबसे बड़े सोलर पावर प्रोजेक्ट से जुड़े मामले में अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी सहित 8 लोगों पर प्रोजेक्ट के लिए रिश्वत देने का आरोप लगाया गया है। अब इस मामले में व्हाइट हाउस की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है।
व्हाइट हाउस ने अडानी मामले पर क्या कहा?
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता करीन जीन-पियरे ने कहा, “हम अडानी पर लगे आरोपों से अवगत हैं। इन आरोपों को समझने और जांचने के लिए हमें यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस से जानकारी लेनी होगी।”
भारत और अमेरिका के रिश्ते मजबूत: व्हाइट हाउस का बयान
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने कहा, “जहां तक भारत और अमेरिका के रिश्तों का सवाल है, मैं मानती हूं कि दोनों देशों के बीच मजबूत संबंध हैं, और मुझे पूरा विश्वास है कि ये संबंध भविष्य में भी अच्छे बने रहेंगे। वास्तव में, यह एक ऐसा मामला है, जिसके बारे में आप यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DOJ) से सीधे बात कर सकते हैं। भारत और अमेरिका के रिश्ते मजबूत हैं।”
अडानी ग्रुप पर क्या आरोप हैं?
यूएस सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) और अमेरिकी अभियोजकों ने अडानी ग्रीन के बोर्ड के सदस्यों पर अमेरिकी निवेशकों के साथ $250 मिलियन (करीब ₹2236 करोड़) की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
अडानी ग्रुप पर आरोप है कि उन्होंने $265 मिलियन का बॉन्ड जारी कर फंड इकट्ठा करने की योजना बनाई थी। इस फंड का कथित तौर पर इस्तेमाल भारतीय अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए किया जाना था, ताकि अडानी ग्रीन को एक बड़ा प्रोजेक्ट मिल सके।
इसके अलावा, आरोप है कि अडानी ग्रुप ने नियमों का उल्लंघन करते हुए अमेरिका में अपनी कंपनी को सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट का कॉन्ट्रैक्ट दिलाने के लिए फंड जुटाया। उन्होंने अमेरिकी निवेशकों को वादा किया कि इस कॉन्ट्रैक्ट के जरिए 20 साल में $2 बिलियन से ज्यादा का मुनाफा होगा। लेकिन इन वादों और दावों को झूठा बताया जा रहा है।