बजाज फिनसर्व और एलियांज के बीच मतभेद के कारण जल्द खत्म होगी साझेदारी
बजाज फिनसर्व और म्यूनिख स्थित बीमा दिग्गज एलियांज SE के बीच करीब 25 साल पुरानी साझेदारी 2025 की पहली छमाही (H1CY25) में खत्म होने की संभावना है। यह अलगाव मार्च 2025 तक पूरा हो सकता है।
एलियांज और बजाज फिनसर्व के बीच जीवन और सामान्य बीमा व्यवसायों के संयुक्त उद्यम (Joint Venture) के मूल्यांकन और शेयर खरीद की शर्तों पर चर्चा चल रही है। उम्मीद है कि जनवरी 2025 के अंत तक इस विभाजन की रूपरेखा तैयार हो जाएगी।
साझेदारी खत्म होने की वजहें
एलियांज लंबे समय से अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने की कोशिश कर रहा था, लेकिन बजाज फिनसर्व ने 74% हिस्सेदारी बनाए रखने पर जोर दिया।
- FDI नियमों में बदलाव:
एलियांज ने भारतीय बीमा बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए FDI (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) के बढ़े हुए मानकों का लाभ उठाना चाहा। - बजाज का रुख:
बजाज फिनसर्व का मानना है कि परिचालन, वितरण और व्यवसाय की जिम्मेदारी उनके पास है, इसलिए बहुसंख्यक हिस्सेदारी बनाए रखना जरूरी है। - 2024 के नियमों में संशोधन:
मई 2024 में नियमों में बदलाव के बाद, विदेशी कंपनियों को भारत में फिर से प्रवेश की अनुमति मिल गई है। इससे एलियांज को नए साझेदारों के साथ काम करने का मौका मिलेगा।
वैल्यूएशन और अलगाव की प्रक्रिया
बजाज और एलियांज के बीच बीमा व्यवसायों के मूल्यांकन पर चर्चा जारी है।
- बजाज एलियांज लाइफ इंश्योरेंस:
अनुमानित एम्बेडेड वैल्यू: ₹56,000-₹59,000 करोड़
प्रति शेयर मूल्य: ₹300-₹330 - बजाज एलियांज जनरल इंश्योरेंस:
अनुमानित बाजार मूल्य: ₹56,000-₹60,000 करोड़
प्रति शेयर मूल्य: ₹400-₹450
एलियांज की हिस्सेदारी खरीदने की शर्तें जनवरी 2025 के अंत तक स्पष्ट हो सकती हैं, और मार्च 2025 तक यह प्रक्रिया पूरी होने की संभावना है।
क्या होगा ग्राहकों और उद्योग पर असर?
- ग्राहकों पर असर:
मौजूदा ग्राहकों के लिए सेवा में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। - बीमा बाजार पर प्रभाव:
एलियांज का अन्य भारतीय निवेशकों के साथ साझेदारी करने का रास्ता साफ हो जाएगा, जिससे बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ सकती है। - बजाज फिनसर्व का भविष्य:
यह कंपनी अपने बीमा व्यवसाय को स्वतंत्र रूप से विस्तार देने और नई रणनीतियां अपनाने पर ध्यान देगी।