चाइनीज स्टेट-लिंक्ड अकाउंट्स ने DeepSeek AI लॉन्च को किया हाईप, यूएस स्टॉक मार्केट में गिरावट से पहले फैलाई चर्चा: ग्राफिका

बीजिंग ने AI क्षेत्र में यूएस की डॉमिनेंस को चुनौती देने की कोशिश की

ऑनलाइन एनालिसिस फर्म Graphika की रिपोर्ट के अनुसार, चाइनीज स्टेट-लिंक्ड सोशल मीडिया अकाउंट्स ने पिछले हफ्ते DeepSeek के AI मॉडल लॉन्च को लेकर ऑनलाइन नैरेटिव को तेजी से बढ़ावा दिया। यह गतिविधि उस समय हुई जब कुछ दिनों बाद अमेरिकी टेक स्टॉक्स में बड़ी गिरावट देखी गई।

इस प्रचार में चीनी राजनयिकों (diplomats), दूतावासों (embassies), और सरकारी मीडिया (state media) के अकाउंट्स शामिल थे। उन्होंने DeepSeek के लॉन्च को अमेरिकी AI सेक्टर पर चीन की बढ़ती पकड़ के रूप में पेश किया।

सोशल मीडिया पर हाईप क्रिएट किया गया

Graphika के अनुसार, यह प्रचार Elon Musk के X, Meta (Facebook, Instagram), Toutiao और Weibo जैसी चीनी सोशल मीडिया सेवाओं पर किया गया।

Graphika के चीफ इंटेलिजेंस ऑफिसर Jack Stubbs ने कहा,
“यह दिखाता है कि चीन कैसे अपनी डिजिटल उपस्थिति को बढ़ाने और वैश्विक AI रेस में अमेरिका को पीछे छोड़ने की रणनीति अपना रहा है।”

उन्होंने यह भी बताया कि चीन की स्टेट-लिंक्ड एंटिटीज AI का उपयोग कर बड़े पैमाने पर अपनी ऑनलाइन मौजूदगी को बढ़ा रही हैं।

DeepSeek बनाम ChatGPT: तेजी से बढ़ी चर्चा

Graphika ने यह भी नोट किया कि DeepSeek के AI मॉडल के 20 जनवरी को लॉन्च के तुरंत बाद X (पहले Twitter) पर OpenAI के ChatGPT के मुकाबले इसकी तुलना की जाने लगी। शुक्रवार से चर्चा में तेज़ उछाल आया, और वीकेंड तक यह तेजी से बढ़ी।

सोमवार तक, DeepSeek का मुफ्त AI असिस्टेंट, Apple App Store पर डाउनलोड्स के मामले में ChatGPT को पछाड़ चुका था। इसी समय, ग्लोबल इन्वेस्टर्स ने अमेरिकी टेक स्टॉक्स को डंप करना शुरू किया, जिससे Nvidia के मार्केट वैल्यू में $593 बिलियन की गिरावट आई, जो वॉल स्ट्रीट के इतिहास में किसी भी कंपनी के लिए सबसे बड़ी एक-दिवसीय गिरावट थी।

DeepSeek की सफलता को चीन में बड़ी उपलब्धि माना गया

DeepSeek की उपलब्धि को चीन में वाशिंगटन की टेक इंडस्ट्री पर लगाए गए प्रतिबंधों को मात देने के संकेत के रूप में देखा गया। चीन में इसे “तकनीकी स्वतंत्रता” की ओर एक कदम बताया गया।

दूसरी ओर, अमेरिका में DeepSeek पर OpenAI और अन्य अमेरिकी AI कंपनियों की टेक्नोलॉजी को अनधिकृत रूप से एक्सेस करने के आरोप लगाए गए। हालांकि, अभी तक इन आरोपों का कोई ठोस प्रमाण सामने नहीं आया है।

यूएस सरकार DeepSeek के खिलाफ जांच कर रही है

रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस कॉमर्स डिपार्टमेंट यह जांच कर रहा है कि क्या DeepSeek ने उन अमेरिकी चिप्स का इस्तेमाल किया है, जिनकी चीन में बिक्री पर प्रतिबंध लगा हुआ है।

बड़ी टेक कंपनियों को झटका

DeepSeek की उभरती लोकप्रियता ने अमेरिका की बड़ी टेक कंपनियों पर दबाव बढ़ा दिया है। Microsoft, जो OpenAI में एक बड़ा इन्वेस्टर है, ने इस सप्ताह अपनी क्लाउड ग्रोथ में उम्मीद से कम वृद्धि दर्ज की, जिससे उसके शेयरों में गिरावट आई।

Microsoft और Meta दोनों ने स्पष्ट किया है कि वे AI में बड़े निवेश जारी रखेंगे, लेकिन DeepSeek की लागत-कुशल टेक्नोलॉजी के चलते अमेरिकी कंपनियों को एक “प्राइस वॉर” का सामना करना पड़ सकता है।

Graphika की रिपोर्ट बताती है कि चीन ने DeepSeek को अमेरिकी AI डॉमिनेंस को चुनौती देने के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया और इसे वैश्विक स्तर पर प्रमोट किया। वहीं, अमेरिका इस मामले की जांच कर रहा है कि कहीं DeepSeek ने प्रतिबंधित टेक्नोलॉजी का तो इस्तेमाल नहीं किया।

AI की वैश्विक रेस में DeepSeek की एंट्री ने अमेरिकी टेक इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिकी सरकार इस चुनौती का किस तरह से जवाब देती है।

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