अंतरराष्ट्रीय मार्केट में सोने की कीमत में तेजी देखने को मिल रही है। अमेरिकी फुलाव (inflation) डेटा के रिलीज से पहले, सोने की कीमत $2700 तक पहुंच गई। वहीं, भारतीय मार्केट में सोना ₹500 महंगा होकर ₹80,000 प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यूएस डेटा आने तक सोने की कीमतों में और उछाल देखा जा सकता है।
अमेरिका में फुलाव (inflation) डेटा से पहले वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतें ऊंचाई पर थीं। सोना $2,711 के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद $2,696 के स्तर पर ट्रेड कर रहा था। वहीं, नाइमेक्स (वायदा बाजार) में सोना $6.5 बढ़कर $2,724 पर पहुंच गया।
वैश्विक मजबूती का असर घरेलू बाजार पर भी दिखा, जहां सोने की कीमतें ₹500 की बढ़त के साथ ~₹80,000 को पार कर ~₹80,200 तक पहुंच गईं। यह पिछले तीन सप्ताह का सबसे ऊंचा स्तर है। सोने की मजबूती के पीछे चांदी में भी हल्की तेजी देखी गई। चांदी की कीमतें ~₹500 बढ़कर ~₹92,500 तक पहुंचीं। हालांकि, वैश्विक स्तर पर चांदी सुस्त रही और $0.29 की गिरावट के साथ $31.63 पर कोट की गई।
स्थानीय वायदा बाजार में मिड-ईवनिंग तक सोने ने साधारण ~₹20 का इजाफा दिखाया, जबकि चांदी ~₹415 की गिरावट के साथ ट्रेड कर रही थी।
अमेरिका के फुलाव डेटा और अगले सप्ताह होने वाली अमेरिकी फेडरल रिजर्व की मीटिंग पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर फुलाव नीचे आता है, तो ब्याज दरों में 0.50% तक की कटौती हो सकती है। इसके चलते सोने में मजबूती बनी हुई है।
डॉलर इंडेक्स 106.62 के स्तर पर मजबूत होने के बावजूद सोने की कीमतों में तेजी देखी गई। इसके अलावा, खाड़ी क्षेत्र में जियो-पॉलिटिकल अस्थिरता ने भी सोने की तेजी को समर्थन दिया। इसका असर ब्रेंट क्रूड पर भी दिखा, जो 1.3% बढ़कर $73.12 पर पहुंच गया।