गुजरात के साबरकांठा जिले में एक 8 वर्षीय लड़का ह्यूमन मेटा-पन्यूमोवायरस (HMPV) से संक्रमित पाया गया है। यह राज्य में HMPV का तीसरा मामला है। बच्चा फिलहाल स्थिर है और हिम्मतनगर के एक निजी अस्पताल में इलाज करवा रहा है।
HMPV के लक्षणों में बुखार, नाक बंद होना, खांसी और सर्दी शामिल हैं। यह वायरस मुख्यतः खांसने या छींकने से निकलने वाले respiratory droplets और संक्रमित सतहों को छूने से फैलता है।
HMPV का ताजा मामला:
- बच्चा, जो प्रांतिज तालुका में कृषि मजदूरों के परिवार से है, पहले एक प्राइवेट लैब टेस्ट में HMPV पॉजिटिव पाया गया था।
- इसके बाद, उसके ब्लड सैंपल को कंफर्मेशन के लिए सरकारी लैब में भेजा गया। शुक्रवार को सरकारी लैब ने भी उसकी HMPV संक्रमण की पुष्टि कर दी।
गुजरात में पहले दो मामले:
- 6 जनवरी: राजस्थान के एक 2 महीने के बच्चे में HMPV का पहला मामला सामने आया। इलाज के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
- 11 जनवरी: अहमदाबाद में एक 80 वर्षीय व्यक्ति HMPV पॉजिटिव पाए गए। वे पहले से ही अस्थमा के मरीज हैं और फिलहाल एक प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवा रहे हैं।
HMPV के बारे में:
HMPV वायरस पहली बार 2001 में खोजा गया था और यह Paramyxoviridae फैमिली से संबंधित है। यह वायरस Respiratory Syncytial Virus से काफी मिलता-जुलता है। यह संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या संक्रमित सतहों को छूने से फैल सकता है।
स्वास्थ्य अधिकारियों ने सलाह दी है कि साफ-सफाई और सामाजिक दूरी बनाए रखने से इस वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है।