मुंबई फ्रॉड : इन्वेस्टर्स ने Dadar में Torres Jewellery के ऑफिस के बाहर जमा होकर बकाया रिटर्न की मांग की, कंपनी ने CEO को ठहराया जिम्मेदार

Torres Scam: मुंबई के दादर में Torres Jewellery के ऑफिस के बाहर बड़ी संख्या में इन्वेस्टर जमा हुए। ये इन्वेस्टर कंपनी की उन स्कीमों के तहत अपने पैसे की मांग कर रहे थे, जिनमें उन्हें इन्वेस्ट पर रिटर्न का वादा किया गया था।

एक रिपोर्ट के अनुसार, लोगों ने लाखों रुपये उन स्कीमों में लगाए थे, जो साप्ताहिक रिटर्न देने का दावा करती थीं। शुरुआत में कंपनी ने स्कीम के तहत किश्तों में  पेमेंट किया, लेकिन पिछले दो हफ्तों से पेमेंट रोक दिया गया, जिसके चलते इन्वेस्टर दादर स्थित ऑफिस के बाहर इकट्ठा हुए। मौके पर मुंबई पुलिस ने पहुंचकर ऑफिस के प्रवेश द्वार पर सुरक्षा तैनात कर दी।

खबरों के मुताबिक, कंपनी का मालिक फिलहाल विदेश में है।

Torres Scam का विवरण

कंपनी ने स्कीम के तहत इन्वेस्ट पर 10% साप्ताहिक रिटर्न देने का वादा किया था। लेकिन इन्वेस्टर्स का कहना है कि उन्हें दो हफ्तों से कोई पेमेंट नहीं मिला है, और न ही कंपनी की ओर से कोई जानकारी दी गई है। यह स्कीम पिछले एक साल से मुंबई के कई इलाकों में चल रही थी। दिसंबर तक कंपनी नियमित पेमेंट कर रही थी, लेकिन पिछले दो हफ्तों से पेमेंट बंद हो गया।

वर्तमान में, इन्वेस्टर केवल अपनी मूल राशि वापस पाने की मांग कर रहे हैं। कई इन्वेस्टर्स ने कहा, “हमें ब्याज नहीं चाहिए, सिर्फ हमारा पैसा वापस चाहिए।”

Torres Jewellery के मुंबई में ग्रांट रोड, नवी मुंबई, कल्याण और मीरा रोड जैसे इलाकों में शो रूम हैं।

एक रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने कंपनी के टॉप एग्जीक्यूटिव के खिलाफ इन्वेस्टर्स को धोखा देने का मामला दर्ज किया है। हालांकि, Torres Jewellery ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में अपने CEO Tausif Reyaz को इस धोखाधड़ी के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

कंपनी के पोस्ट में कहा गया, “हमें पता चला है कि उन्होंने एक फर्जी स्कीम चलाई और कई महीनों तक व्यवस्थित तरीके से कंपनी का पैसा गबन किया।”

एक इन्वेस्टर बताया, “स्टोर द्वारा शुरू की गई स्कीम में ₹1 लाख इन्वेस्ट करने पर, ग्राहकों को मोइसानाइट स्टोन वाले पेंडेंट पर ₹10,000 की छूट दी जाती थी। साथ ही, इन्वेस्टर्स को अगले 52 हफ्तों में इन्वेस्ट की गई राशि पर 6% का पेमेंट करने का वादा किया गया था। यह स्कीम फरवरी 2024 में शुरू हुई थी और इसे इस साल फरवरी में पूरा होना था।”

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