BZ Ponzi Scheme Scam: गुजरात में हड़कंप मचाने वाले 6000 करोड़ रुपये के बीजेड ग्रुप घोटाले के मुख्य आरोपी भूपेंद्र सिंह झाला को 34 दिनों की फरारी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में पिछले एक महीने से लगातार बड़े खुलासे हो रहे हैं। शुक्रवार को मेहसाणा के दवाडा गांव में एक फार्म हाउस से हुई गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपी अरवल्ली होते हुए मध्य प्रदेश भाग गया और फिर राजस्थान होते हुए बनासकांठा और मेहसाणा पहुंचा। फरारी के दौरान वह अलग-अलग राज्यों और जिलों में छिपता रहा। इस दौरान उसने विभिन्न होटलों और फार्म हाउस में शरण ली। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह रोज़ाना नए सिम कार्ड खरीदता था और परिवार व संपर्कों से बात करता था।
भूपेंद्र सिंह झाला के संपर्क में कौन-कौन था, इस पर पूछताछ जारी है। उसे पनाह देने वाले किरण सिंह और उसकी प्रेमिका से भी पूछताछ की जा रही है। बताया जा रहा है कि आरोपी ने किरण सिंह के फार्म हाउस में शरण ली थी।
BZ Ponzi Scheme का पूरा मामला
उत्तर और मध्य गुजरात में BZ Finance के नाम से विभिन्न कंपनियां बनाकर और ऑफिस खोलकर निवेश पर दोगुने रिटर्न का लालच देकर भूपेंद्र सिंह झाला ने 6000 करोड़ रुपये का घोटाला किया।
CID क्राइम ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए कई टीमों का गठन किया था। तकनीकी सर्विलांस के जरिए मेहसाणा के विसनगर के पास दवाडा गांव के एक फार्म हाउस से उसकी गिरफ्तारी हुई। अब इस केस में और बड़े खुलासों की उम्मीद की जा रही है।
किरण सिंह की गिरफ्तारी
6000 करोड़ रुपये के इस घोटाले में एक के बाद एक गिरफ्तारियां हो रही हैं। आरोपी के भाई रंजीत सिंह समेत सात अन्य लोगों की गिरफ्तारी के बाद अब किरण सिंह चौहान को CID क्राइम ने हिरासत में लिया है। पुलिस जांच कर रही है कि किरण सिंह की इस घोटाले में सीधी संलिप्तता है या नहीं।
घोटाले का तरीका
CID की जांच के अनुसार, भूपेंद्र सिंह झाला ने तीन गुना पैसा बनाने और ऊंचे रिटर्न का लालच देकर यह घोटाला किया। उसने बिना किसी लाइसेंस के कई कंपनियां बनाईं और एजेंट्स के जरिए करोड़ों रुपये का निवेश करवाया। सरकारी वकील ने कोर्ट में कहा कि आरोपी ने अपने और परिवार के नाम पर करोड़ों की संपत्तियां खड़ी की हैं।
इस मामले की गहराई से जांच जारी है।