गैरकानूनी एंट्री: ट्रंप सरकार के गठन की तैयारियों के बीच, अमेरिका में गैरकानूनी तरीके से घुसने वाले 41,330 गुजराती नागरिकों में से 5,340 को अमेरिकी सरकार ने ‘असाइलम एक्ट’ के तहत आश्रय के लिए मान्यता दी है। बाकी नागरिकों को भारत वापस भेजने का आदेश दिया गया है। 2024 में 67,391 भारतीय नागरिकों ने गैरकानूनी तरीके से अमेरिका की सीमा पार की थी, जिनकी अर्जियां अभी पेंडिंग हैं और कुछ महीनों में उनके फैसले घोषित किए जाएंगे।
2023 में असाइलम के आंकड़े:
अमेरिकी सरकार द्वारा हाल ही में जारी किए गए डेटा के अनुसार, 2023 में 41,330 भारतीय नागरिकों में से 5,340 को आश्रय प्रदान किया गया है। जबकि 35,990 नागरिकों को भारत लौटने का आदेश दिया गया है। अमेरिका में इमिग्रेशन पॉलिसी के सख्त होने और गैरकानूनी घुसपैठ के खिलाफ बढ़ते जनाक्रोश के कारण अमेरिकी प्रशासन ने ऐसे घुसपैठियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है।
पिछले सालों के आंकड़े:
2021 में 4,330 भारतीय नागरिकों ने अमेरिकी असाइलम के लिए आवेदन किया था, जिनमें से 1,330 को मंजूरी मिली थी। 2022 में यह संख्या तीन गुना बढ़कर 14,570 हो गई, जिनमें से 4,260 को आश्रय दिया गया। वहीं, 2023 में यह संख्या 41,330 तक पहुंच गई। हालांकि, मंजूरी मिलने वाले आवेदकों का प्रतिशत घटकर 13% रह गया है।
गुजरातियों का बड़ा हिस्सा:
पिछले तीन वर्षों में कुल 54,350 घुसपैठियों को असाइलम कानून के तहत मंजूरी मिली है, जिनमें 5,430 गुजराती शामिल हैं। आश्रय पाने वालों की संख्या भले ही बढ़ी हो, लेकिन मंजूरी का प्रतिशत तेजी से गिर रहा है।
गुजरात से बड़ी संख्या में प्रवास:
हर साल हजारों गुजराती अमेरिका जाने की लालसा में कनाडा और मेक्सिको की सीमाएं पार करते हैं। कई बार ये परिवार पकड़े जाते हैं, और कुछ को अपनी जान भी गंवानी पड़ती है। डिंगुचा गांव के जगदीश पटेल परिवार की घटना इसका एक बड़ा उदाहरण है। इस वजह से अमेरिकी और कनाडाई सरकारें क्रॉस-बॉर्डर घुसपैठ के खिलाफ सख्त हो गई हैं।