OYO, भारत के प्रमुख ट्रैवल और होटल बुकिंग प्लेटफॉर्म्स में से एक, ने रविवार को अपने पार्टनर होटलों के लिए एक नई पॉलिसी का ऐलान किया। इसके तहत अब अविवाहित जोड़ों को बिना वैध रिश्ते का सबूत दिखाए चेक-इन की अनुमति नहीं दी जाएगी। यह नया नियम शुरुआत में केवल उत्तर प्रदेश के मेरठ में लागू होगा।
मुख्य बिंदु:
- विवाहित जोड़ों को चेक-इन के दौरान प्रूफ ऑफ रिलेशनशिप दिखाना होगा।
- होटल पार्टनर्स को स्थानीय सामाजिक मानदंडों के आधार पर बुकिंग अस्वीकार करने का अधिकार होगा।
- यह पॉलिसी सिविल सोसाइटी की अपील के बाद लागू की गई और इसे मेरठ से आगे बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है।
OYO नॉर्थ इंडिया के रीजन हेड, पावस शर्मा ने कहा, “हम सुरक्षित और जिम्मेदार हॉस्पिटैलिटी प्रथाओं को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। व्यक्तिगत स्वतंत्रता का सम्मान करते हुए, हमें स्थानीय समुदायों और कानून प्रवर्तन के साथ मिलकर काम करना होगा ताकि एक सौहार्दपूर्ण ऑपरेटिंग वातावरण सुनिश्चित हो सके।”
पॉलिसी की मुख्य बातें:
- अब OYO के पार्टनर होटलों में चेक-इन के समय विवाहित जोड़ों को वैध रिश्ते का प्रमाण देना होगा।
- अविवाहित जोड़ों को स्थानीय सामाजिक मानदंडों के आधार पर रूम बुकिंग से मना किया जा सकता है।
- होटल पार्टनर्स को यह निर्णय लेने का अधिकार दिया गया है।
समाज से मिले सुझाव और व्यापक बदलाव:
OYO का यह कदम नागरिक समाज समूहों की अपील के बाद उठाया गया है, खासकर मेरठ में। स्थानीय निवासियों ने OYO से सख्त नियम लागू करने की मांग की थी। अन्य शहरों से भी ऐसी याचिकाएं मिली हैं, जिसके बाद इसे मेरठ में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया गया।
सुरक्षित हॉस्पिटैलिटी की ओर कदम:
OYO ने इस पॉलिसी के साथ कई और पहल की हैं, जिनमें शामिल हैं:
- पुलिस और होटल पार्टनर्स के साथ सुरक्षित हॉस्पिटैलिटी प्रैक्टिसेस पर संयुक्त सेमिनार आयोजित करना।
- उन होटलों को ब्लैकलिस्ट करना, जो अनैतिक गतिविधियों में शामिल पाए गए।
- OYO ब्रांडिंग का दुरुपयोग करने वाले अनधिकृत संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई करना।
यह पॉलिसी OYO की छवि को एक भरोसेमंद और परिवार-केंद्रित आवास प्रदाता के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
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