नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप सुबह 6:35 बजे दर्ज किया गया।
नई दिल्ली:
नेपाल सीमा के पास तिब्बत में आज 7.1 तीव्रता के भूकंप से कम से कम 126 लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी चीनी मीडिया शिन्हुआ के हवाले से समाचार एजेंसी एएफपी ने दी है। भूकंप के झटके भारत के बिहार, असम और पश्चिम बंगाल समेत कई हिस्सों में महसूस किए गए।
भूकंप का केंद्र तिब्बत के शिगात्से शहर के टिंगरी काउंटी में था। टिंगरी, तिब्बत की राजधानी ल्हासा से लगभग 400 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है और नेपाल की सीमा पर है। यह माउंट एवरेस्ट के पर्यटकों के लिए एक हॉटस्पॉट है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के मुताबिक, भूकंप सुबह 6:35 बजे दर्ज किया गया। इसके तुरंत बाद इस क्षेत्र में दो और भूकंप आए।
दूसरा भूकंप 4.7 तीव्रता का था, जो सुबह 7:02 बजे 10 किलोमीटर की गहराई पर रिकॉर्ड किया गया। तीसरा भूकंप 4.9 तीव्रता का था, जो सुबह 7:07 बजे 30 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया।
नेपाल एक भौगोलिक रूप से सक्रिय क्षेत्र में स्थित है, जहां भारतीय और यूरेशियन टेक्टोनिक प्लेट्स टकराती हैं। इससे हिमालय का निर्माण होता है और भूकंप का खतरा बना रहता है। 2015 में, 7.8 तीव्रता के भूकंप से नेपाल में लगभग 9,000 लोगों की मौत हुई थी और 22,000 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस आपदा में आधे मिलियन से ज्यादा घर नष्ट हो गए थे।
भूकंप के झटके बिहार में विशेष रूप से महसूस किए गए, जहां लोग अपने घरों और अपार्टमेंट्स से बाहर निकलते देखे गए। हालांकि, भारत में किसी संपत्ति को नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है।