गुजरात: सूरत के डायमंड आर्टिस्ट्स ने बनाई डोनाल्ड ट्रंप की शानदार लैब-ग्रोउन डायमंड प्रतिकृति, वजन 4.30 कैरेट

डायमंड की खूबसूरती ही नहीं, इसकी अहमियत भी खास है। डायमंड इंडस्ट्रियलिस्ट स्मित पटेल ने कहा, “यह खास डायमंड, जिसमें डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिकृति है, सूरत की डायमंड इंडस्ट्री की कला और अनोखी काबिलियत को दर्शाता है। इसकी सटीक कीमत का खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन इसकी दुर्लभता और डिज़ाइन इसे 20 लाख रुपये से अधिक मूल्यवान बनाती है।”

सूरत:

डोनाल्ड ट्रंप जब अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ले रहे हैं, उसी समय सूरत की डायमंड इंडस्ट्री ने एक शानदार कृति पेश की है। सूरत के कारीगरों ने लैब-ग्रोउन डायमंड से ट्रंप की हूबहू प्रतिकृति तैयार की है। 4.30 कैरेट वजनी यह अद्भुत कृति पांच अनुभवी डायमंड कटर्स की दो महीने की मेहनत का परिणाम है।

दुनिया भर में डायमंड कटिंग और पॉलिशिंग के लिए मशहूर सूरत ने लैब-ग्रोउन डायमंड्स के क्षेत्र में नई पहचान बनाई है। डोनाल्ड ट्रंप की जीवंत प्रतिकृति तैयार करना इस शहर की नवाचार और कौशल का बेहतरीन उदाहरण है।


स्मित पटेल का बयान: इस मास्टरपीस के पीछे की कहानी

डायमंड इंडस्ट्रियलिस्ट स्मित पटेल, जो इस मास्टरपीस के पीछे हैं, ने बताया, “हमारे सूरत के कारीगरों ने डोनाल्ड ट्रंप की विशेष लैब-ग्रोउन डायमंड प्रतिकृति तैयार की है।” उन्होंने समझाया कि प्राकृतिक हीरों के विपरीत, जो खदानों से प्राप्त होते हैं और फिर सूरत में प्रोसेस किए जाते हैं, लैब-ग्रोउन डायमंड्स पूरी तरह से नियंत्रित लैब वातावरण में बनाए जाते हैं। इनका क्वालिटी और मूल्य प्राकृतिक हीरों के समान होता है और यह हाई-प्रेशर सिंथेसिस और एक्सपर्ट कटिंग जैसी प्रक्रियाओं से गुजरते हैं।

इस डायमंड प्रतिकृति को बनाने की प्रक्रिया बेहद जटिल थी और इसे तैयार करने में 60 दिन लगे। पटेल ने बताया, “यह D-कलर डायमंड, जो अपनी असाधारण पवित्रता और चमक के लिए जाना जाता है, को तैयार करने के लिए गहन योजना और विशेषज्ञता की आवश्यकता थी। कच्चे माल को तैयार करने में 40 दिन लगे, और पूरा ग्रोथ और कटिंग प्रोसेस 60 दिनों में पूरा हुआ।”


विशेष डायमंड की अहमियत

यह डायमंड सिर्फ अपनी खूबसूरती तक सीमित नहीं है। स्मित पटेल ने कहा, “डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिकृति वाले इस खास डायमंड से सूरत की डायमंड इंडस्ट्री के अनूठे हुनर का प्रमाण मिलता है।” इसकी दुर्लभता और डिज़ाइन इसे 20 लाख रुपये से अधिक मूल्यवान बनाते हैं।


पहला मौका नहीं

यह पहली बार नहीं है कि सूरत के डायमंड कारीगरों ने ऐसी प्रतिष्ठित कृतियां बनाई हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन की पत्नी को एक हरा हीरा भेंट किया था, जिसे इसी कंपनी ने बनाया था। यह सूरत की डायमंड इंडस्ट्री की अंतरराष्ट्रीय रिश्ते मजबूत करने में भूमिका को दर्शाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *